गांव की जिम्मेदारी छोड़ सरपंच साहब तो चल दिए 3-3 पत्नियों की जिम्मेदारी उठाने, दूसरी व तीसरी पत्नी उज्जैन की सड़कों पर हुई आमने सामने, आखिर विधायक व डीपीओ अधिकारी का क्या है इस प्रेम कहानी में रॉल, पढ़िए क्या है सरपंच साहब की 3 प्रेम कहानी का मामला? 

Spread the love

नीमच। ग्राम पंचायतों में ग्रामीण सरपंच को गांव का पहला नागरिक मानकर चुनते हैं। और एक आशा करते हैं कि सरपंच पूरे गांव की जिम्मेदारी उठाकर ग्रामीणों की समस्या का समाधान करेगा। और गांव को विकास की और अग्रेषित करेगा। परन्तु नीमच जिले की जनपद पंचायत नीमच की ग्राम पंचायत सावन में सरपंच साहब तो गांव की जिम्मेदारी छोड़ चल दिए 3-3 पत्नियों की जिम्मेदारी उठाने, दरहसल हम यह बात इसलिए कर रहे है कि बीते कल उज्जैन की सड़कों पर एक हाईवोल्टेज हंगामा सरपंच साहब का देखने को मिला। जिसका वीडियो खूब वायरल होकर चर्चा का विषय बना। वीडियो में सावन सरपंच जितेंद्र माली व उनकी प्रेमिका या यू कहो तीसरी पत्नी को दूसरी पत्नी ने रंगेहाथ होटल के बाहर कार में पकड़ लिया और तीसरी पत्नी की खूब धुनाई की। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ।

सरपंच की तीन प्रेम कहानी, कैसे दिया एक के बाद एक को धोखा….?

सूत्रों से यह जानकारी निकल कर आ रही हैं कि सावन के सरपंच पद पर पदस्थ जितेंद्र माली का पहला विवाह लदुना निवासी सपना माली से हुआ था। जिन्हें सरपंच साहब की ओरिजनल पत्नी कह सकते हैं। वही जितेंद्र अपनी पहली पत्नी के साथ नीमच के स्किम नम्बर 36 में निवास करता हैं। अब बात करें दूसरी पत्नी की तो सूत्रों ने बताया कि दूसरी पत्नी उषा आर्य निवासी मल्हारगढ़ जो कि नर्स हैं। जिनसे जितेंद्र ने इंदौर जाकर एक होटल में लव मैरिज की थी। वह भी नीमच से 50-60 व्यक्तियों की बारात लेकर गए थे। लव मैरिज कर उषा मल्हारगढ़ में ही निवास करती हैं। और सरपंच साहब कभी मल्हारगढ़ तो कभी नीमच के स्किम नम्बर 36 घूमते रहते हैं। वही इन प्रेम कहानियों के बीच सरपंच जीवन के जीवन में कुछ ऐसा मोड़ भी आया कि उन्हें और उनकी तीसरी पत्नी को सरेआम उज्जैन की सड़कों पर सार्वजनिक होना पड़ा। हम बात कर रहे हैं बीते कल की घटना जो कि उज्जैन में हुई और उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। अब सूत्रों की माने तो उनकी तीसरी पत्नी पूजा कटारिया जो कि सावन में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी हैं। सरपंच साहब ने पूजा से एग्रीमेंट कर शादी कर ली थी और अपनी तीसरी पत्नी बना ली थी। और उज्जैन में गुड टाइम स्पेंड करने गए थे। इसी बीच सरपंच साहब की दूसरी पत्नी ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया और पूजा की जमकर धुनाई कर दी। सूत्र बताते हैं कि दूसरी पत्नी उषा ने पूर्व में भी पूजा से चल रहे अवैध संबंध को लेकर महिलाडेस्क नीमच में शिकायत की थी। जिसके बाद यह भी समझौता हुआ था कि जितेंद्र पूजा से कोई संबंध नही रखेगा। परन्तु उषा को सरपंच जितेंद्र पर शक होता रहा और शक के आधार पर जितेंद्र की कार में उषा ने जीपीएस ट्रैकर फिट कर दिया था। जिसके बाद उज्जैन में उषा ओर उसका परिवार पहुंच कर पूजा और जितेंद्र को रंगे हाथ पकड़ने में कामयाब रहे। और तीसरी पत्नी की धुनाई कर दी। जिसके बाद मामला उज्जैन के नानाखेड़ा थाने पहुँचा। जहाँ केवल शांति भंग का मामला दर्ज किया गया। उज्जैन पुलिस भी असमंजस में पड़ गई कि आखिर कौन असली पत्नी हैं?

सरपंच की तीसरी पत्नी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पूर्व में हुई थी डीपीओ को शिकायत, नही हुई पूजा पर कोई कार्यवाही, आखिर किसका मिला संरक्षण?

बताते चले कि महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी ताराचंद मेहरा को लगभग 3 महीने पूर्व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के खिलाफ शिकायत भी हुई थी। कि कार्यकर्ता द्वारा अपने कार्य का निर्वहन ना करते हुए आंगनवाड़ी पर अनुपस्थित रहा जाता हैं। और सरपंच के साथ अवैध संबंध रखे जाते हैं। जिसके बाद डीपीओ ने जांच के आदेश भी दिए थे। जिस पर सुपरवाइजर सपना बैरागी ने जांच कर 11 सितम्बर पंचनामा भी प्रस्तुत किया था जिसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूजा कटारिया दोषी भी पाई गई थी। परंतु उसके बावजूद महिला बाल विकास विभाग अधिकारी ताराचंद मेहरा ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पर कोई कार्यवाही ना करते हुए सुपरवाइजर सपना बैरागी को स्थानांतरित कर दिया था। सूत्र बताते हैं कि डीपीओ ताराचंद मेहरा ने सरपंच जितेंद्र माली व विधायक दिलीप सिंह परिहार के दबाव के कारण कार्यकर्ता पर कोई कार्यवाही नही की। ऐसे में सरपंच व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के इस अवैध संबंध को महिला बाल विकास विभाग अधिकारी ताराचंद मेहरा द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा था। और तो ओर सरपंच को विधायक का राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त था। जिसके कारण आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पर कोई कार्यवाही नही हो पाई। जबकि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के खिलाफ कई शिकायती आवेदन पहुंच गए हैं। ओर पूर्व सुपरवाइजर सपना बैरागी ने अपने जांच प्रतिवेदन में भी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूजा कटारिया को दोषी बताया हैं। परन्तु पूजा पर कार्यवाही ना होकर जांच अधिकारी पर ही गाज गिर गई।
ऐसे में इस पूरी कहानी में ऐसा प्रतीत होता हैं कि सरपंच जितेंद्र माली जो एक सम्मानित पद पर हैं। उन्हें तीन शादी कर महिलाओं के जीवन से खिलवाड़ किया। और एक के बाद एक को धोखा दिया। जो एक अशोभनीय कृत्य हैं। ऐसे में अब तीनों महिलाओं पर निर्भर करता हैं। वह आगे की क्या कार्यवाही करती हैं?
वही दबंग मालवा का इस पूरी घटना को सूत्रों के हवाले से प्रस्तुत किया गया हैं। जिसका उद्देश्य किसी के पारिवारिक जीवन पर टिप्पणी करना नहीं था। हमारे द्वारा तो ग्राम पंचायत के सरपंच के सम्मानित पद को इस तरह से अपमानित करने वाले व्यक्ति को उजागर करना है।
वही ग्राम सावन में जो यह पूरी घटना चर्चा का विषय बनी हुई हैं। उस चर्चा में यह भी सामने आया है कि सरपंच साहब को गांव की जिम्मेदारी से कोई लेना देना नही हैं। उन्हें तो बस तीन पत्नियों की जिम्मेदारी सम्भालनी थी। वही चर्चा यह भी हैं कि एक के बाद एक महिला के साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी कर उनके जीवन के साथ खिलवाड़ किया गया हैं। जो अशोभनीय घटना है। अब देखना यह होगा कि इन महिलाओं द्वारा ऐसे धोखेबाज सरपंच पर किस प्रकार की कार्यवाही की जाती हैं?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: क्रप्या न्यूज़ कॉपी न करे अन्यथा आपको DMCA दिया जाएगा