टीआई ने थाने पर पीड़ित की शिकायत लेने में की आनाकानी, फरार कुख्यात हिस्ट्रीशीटर को टीआई का संरक्षण, आरोपी की टीआई से दोस्ती, राजस्थान के पीड़ित से कार्यवाही के नाम पर बदमाश के जरिए मांगे 50 हजार, पीड़ित ने नीमच एसपी से लगाई न्याय की गुहार, दिया शिकायती आवेदन

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अपहरण, लूट और मारपीट की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए 50 हजार रूपए देने पर होगी कार्यवाही!- पीड़ित ने लगाए गंभीर आरोप, पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

नीमच। राजस्थान और मध्यप्रदेश का कुख्यात ठग बंशी पिता सद्दा बंजारा निवासी सावनकुंड बेटे की बीमारी का कारण बताकर पैरोल पर आया और फरार हो गया है, फरारी के दौरान मनासा टीआई शिवकुमार यादव के संरक्षण के चलते वह फिर से लोगों से पैसे ऐंठना और जमीनों के मामले में धोखाधडी करने की वारदातों को अंजाम दे रहा है। गुरूवार को राजस्थान का एक पीडित व्यक्ति ने पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल से न्याय की गुहार लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई की अहपरण, लूट और मारपीट के मामले में प्रकरण दर्ज करने के लिए मनासा थाना प्रभारी ने उसे बंशी बंजारा के पास भेजा। बंशी बंजारा ने कार्यवाही करवाने के लिए 50 हजार रूपए मांगे, जिसपर 30 हजार रूपए पीड़ित ने दिए। फिर भी मनासा थाने पर फरियादी पहुंचा तो रिपोर्ट नहीं लिखी गई। इधर बंशी बंजारा खुलेआम बोलता है कि टीआई साहब को पूरे गांव के मुर्गे खिला चूका हूं। मैं जो बोलता हूं, वहीं टीआई साहब करते है। एसपी ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए फरियादी की रिपोर्ट दर्ज करने व बंशी बंजारा को गिरफ्तार करने के आदेश दिए है।

पुलिस अधीक्षक को दिये गए आवेदन में मोहनलाल पिता देवा बंजारा निवासी संतोषपुरा थाना शाहपुरा जिला शाहपुरा राजस्थान ने बताया कि लीला उर्फ साबुडी पति जगदीश उर्फ राजू बंजारा निवासी लक्ष्मीपुरा थाना जीरन से 1 लाख 12 हजार 200 रूपए की उधारी मांगता है। सामाजिक रिश्तेदारी के चलते लीलाबाई को प्रार्थी जानता है, इसलिए उधार पेटे उक्त राशि दिनांक 20 फरवरी 2020 को प्रार्थी ने दी थी। प्रार्थी दिनांक 21 अप्रैल को मनासा थाना के ग्राम गरासिया खेडी रिश्तेदारी में आया हुआ था। दिनांक 22 अप्रैल को लीलाबाई बंजारा के जमाई महेंद्र पिता बाबू बंजारा निवासी समेल थाना जावद का सुबह 7 बजे मोबाइल कॉल आया और बोला कि तुम पैसे लेने के लिए नीमच आ जाओ। जिसके बाद प्रार्थी नीमच आ रहा था, तभी सुबह करीब 9 बजे मनासा बायपास पर लीलाबाई, उसका जमाई महेंद्र बंजारा और उनके करीब आठ-दस साथी मिले। जिन्होंने मुझे रोक लिया, और आठ-दस व्यक्ति एक बोलेरो गाडी पर थे। मैरे साथ भीमा पिता रामा बंजारा निवासी गोंदारेल थाना कनेरा भी था। प्रार्थी को जबरदस्ती महेंद्र बंजारा और उसके साथियों ने बोलेरो गाडी में बिठा दिया। मैरी बाइक और मोबाइल छिन लिए, फिर मुझे बोलेरो से सावनकुंड के जंगल ले गए। मैरे साथ बुरी तरह से मारपीट की और महेंद्र बंजारा ने वीडियो भी बनाया। लगातार ये लोग मारपीट करते रहे और बोलते रहे कि अगर तुने पैसे मांगे तो जान से खत्म कर देंगे, अगर तूने हमारी रिपोर्ट करवाई तो तुझे जान से मार देंगे। प्रार्थी को करीब दो बजे भादवामाता रोड़ जंगल पर छोड़ दिया। प्रार्थी पैदल-पैदल मनासा रोड़ पहुंचा और बस में बैठकर मनासा थाना पहुंचा। वहां पर मौजूद पुलिसकर्मी श्री सोलंकी को पूरी घटना बताई। उन्होंने रिपोर्ट लिखने की बात कही और मेडिकल करवाने के लिए भेजा। मेडिकल करवाने के बाद फिर थाने पहुंचा तो मैरी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। दूसरे दिन 23 अप्रैल 2024 को थाने पहुंचा। थाने में मनासा थाना प्रभारी शिव कुमार यादव से मिला। उन्होंने हिस्ट्रीशीटर बदमाश बंशी पिता सददा बंजारा निवासी सावनकुंड के मोबाइल नंबर 8890538823 दिए और बोला कि अगर कार्यवाही चाहते हो तो बंशी बंजारा से मिलो। मैं प्रार्थी बंशी बंजारा के घर सावनकुंड गया। बंशी बंजारा ने कहा कि टीआई साहब यादव जी से मेंरी अच्छी दोस्ती है। मैं रोज उन्हें मुर्गा खिलाता हूं। 50 हजार रूपए दोगे तो तुम्हारी रिपोर्ट लिखी जाएगी। मैंने 30 हजार रूपए नकद बंशी बंजारा को दिए। दो दिन बाद में फिर मनासा थाने पहुंचा और टीआई साहब से मिला। टीआई साहब ने कहा कि तुने 30 हजार रूपए ही दिए है, 20 हजार रूपए और दो तो मैं रिपोर्ट लिखूंगा। टीआई यादव ने मुझे धमकाया और बोला कि अगर बिना पैसे तू आ गया तो तूझे जेल में डाल दूंगा।
पैरोल पर आया था, धोखाधडी और पैसे ऐंठने गिरोह फिर से सक्रिय किया……
बंशी बंजारा सावनकुंड हिस्ट्रीशीटर होकर एक कुख्यात धोखेबाज है। नकली व्यक्ति पेश कर फर्जी रजिस्ट्री के मामले में नीमच सिटी थाने में प्रकरण दर्ज होकर उसे जेल भेजा गया था, हाईकोर्ट इंदौर में बेटे की तबियत खराब होने का कारण बताकर पैरोल पर आया था, लेकिन दो महिने से फरार है। बताया जा रहा है कि वह फरारी के दौरान नकली व्यक्ति पेश कर फर्जी रजिस्ट्री और अन्य धोखाधडी की वारदातों में लिप्त और पूर्व की तरह गिरोह को संचालित कर रहा है। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने की बजाय उसे संरक्षण देते हुए थाने के मामले में लेन-देन करवाने के लिए आगे कर रही है। इस मामले को पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल ने गंभीरता से लिया है। जल्द ही बंशी बंजारा को संरक्षण देने व फरियादी की रिपोर्ट नहीं लिखने के मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

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